नई दिल्ली – भारत के विदेश मंत्री डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने घोषणा की है कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का दौर समाप्त हो गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत अब अपनी रणनीतिक पारंपरिक नीतियों पर कायम रहेगा और पाकिस्तान के साथ भविष्य में कैसे आगे बढ़ना है, इस पर कोई प्रगति नहीं की जाएगी।

जयशंकर ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के साथ बातचीत बंद करने का निर्णय लिया है क्योंकि पाकिस्तान ने बातचीत के दौरान केवल विरोधी कार्रवाई की है और किसी भी प्रकार की सकारात्मक पहल नहीं की। उनका कहना था कि पाकिस्तान ने समझौता करने की बजाय केवल भारत के साथ विवाद खड़ा किया और स्थिति को और भी जटिल बना दिया।

इसके बाद, भारतीय सरकार ने निर्णय लिया है कि पाकिस्तान के साथ सार्थक बातचीत करने से पहले सुरक्षा और शांति के मुद्दों पर कड़े सुधार करना आवश्यक है।

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जयशंकर ने प्रेस को बताया कि भारत की कूटनीति और सुरक्षा मामलों में सटीक संवाद और कार्यान्वयन के लिए स्थिर रणनीति का पालन किया जाएगा।

इस दौरान, भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक रिश्तों पर भी सवाल उठ रहे हैं। भारतीय नीति निर्माताओं को पाकिस्तान के साथ कुछ बड़े मुद्दों पर निर्णय लेने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, और उन्हें परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अगला कदम उठाना होगा।