कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अस्थायी विदेशी मज़दूरों की संख्या घटाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से स्थानीय कनाडाई मज़दूरों के लिए अधिक अवसर पैदा होंगे।

ट्रूडो ने यह भी बताया कि अगले कुछ महीनों में इमीग्रेशन सिस्टम में और भी बदलाव किए जा सकते हैं, जो कि कनाडा के श्रम बाजार पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं। उन्होंने कहा कि उन क्षेत्रों में जहां बेरोज़गारी की दर 6% या उससे अधिक है, नियोक्ता अब कम वेतन वाले अस्थायी विदेशी मज़दूरों (TFWs) को नियुक्त नहीं कर सकेंगे, सिवाय कुछ “खाद्य सुरक्षा क्षेत्रों” जैसे कृषि और खाद्य सेवाओं के।

मछली प्रसंस्करण, निर्माण, और स्वास्थ्य देखभाल जैसे क्षेत्रों में, जहां अभी भी गंभीर स्टाफ की कमी है, कुछ अपवाद दिए जाएंगे। इसके अलावा, अब नियोक्ताओं को TFW कार्यक्रम के तहत अपने कुल कर्मचारियों का 10% से अधिक नियुक्त करने की अनुमति नहीं होगी। साथ ही, कम वेतन वाले TFWs अब केवल एक साल के अनुबंध तक सीमित होंगे, जो पहले दो साल तक का था।

ये बदलाव कनाडा की अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। ट्रूडो ने कहा कि सरकार स्थायी रूप से अधिक लोगों को इमीग्रेशन के माध्यम से कनाडा लाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस घोषणा के बाद कुछ उद्योगपतियों और व्यापार संगठनों ने ट्रूडो की आलोचना की है, क्योंकि उनके अनुसार अस्थायी मज़दूरों की संख्या घटाने से कई क्षेत्रों में श्रम संकट हो सकता है।

ट्रूडो ने कहा, “हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि पूरा पैकेज कनाडाई लोगों की ज़रूरतों और हमारी अर्थव्यवस्था की आवश्यकताओं के लिए जितना संभव हो सके, समझदारी से तैयार किया जाए।” अगले कुछ हफ्तों में, इमीग्रेशन से संबंधित और घोषणाओं की उम्मीद की जा रही है, जिससे कनाडा में नए रास्ते खुल सकते हैं।