No place for drug traffickers in Punjab पंजाब में नशा तस्करों के लिए जगह नहीं

फतेहगढ़ साहिब, 4 मार्च:

पंजाब को नशा मुक्त करने के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए ” युद्ध नशों के विरुद्ध ” अभियान के तहत आज ग्रामीण विकास और पंचायत, उद्योग एवं वाणिज्य, पूंजी निवेश प्रोत्साहन, श्रम, पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के मंत्री स तरुनप्रीत सिंह सौंद ने बचत भवन में फतेहगढ़ साहिब जिले के सिविल और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की।

बैठक को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री सौंद ने कहा कि पंजाब की युवाओं को बर्बाद करने वाले नशा तस्करों के लिए अब पंजाब में कोई जगह नहीं है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि शहीदों की धरती फतेहगढ़ साहिब से नशे के जाल को खत्म करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाए और स्कूल-कॉलेजों के युवाओं को नशों के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जाए, ताकि आने वाली पीढ़ी नशे की चपेट में न आए। उन्होंने अधिकारियों को जिले के लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी करने के निर्देश भी दिए, ताकि नशा तस्करों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जा सके।

बैठक से पहले कैबिनेट मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेका और नशे के खात्मे के लिए शुरू किए गए युद्ध की सफलता के लिए अरदास की।

बैठक के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए सौंद ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार ने अपने पहले तीन वर्षों में 6500 से अधिक बड़े नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है और 2022 से अब तक 45000 छोटे नशा तस्करों को भी पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि तस्करों पर 30,000 से अधिक एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस और नशा तस्करों के गठजोड़ को तोड़ने के लिए 10,000 से अधिक पुलिसकर्मियों के तबादले किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अब तक सरकार ने नशा तस्करों की 612 करोड़ की संपत्ति जब्त की है, जबकि पिछली सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान केवल 142 करोड़ की संपत्ति ही जब्त की थी।

उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार अब तक 1128 किलो हेरोइन जब्त कर चुकी है, जबकि पिछली सरकार के कार्यकाल में सिर्फ 197 किलो हेरोइन ही बरामद की गई थी।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंजाब में पिछली सरकारों के कार्यकाल के दौरान नशा बढ़ा और उन्होंने घर-घर तक नशा पहुंचाया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से आ रही नशे की खेप को रोकने के लिए पंजाब सरकार बी.एस.एफ. के उच्च अधिकारियों के साथ बैठकें कर इस नेटवर्क को तोड़ेगी।

सौंद ने जिला अधिकारियों से कहा कि नशे के खात्मे की चुनौती बहुत बड़ी है, लेकिन इसे तभी जीता जा सकता है जब हर अधिकारी इसे अपनी सामाजिक जिम्मेदारी समझकर पूरा सहयोग दे। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार अधिकारियों का पूरा साथ देगी, इसलिए बिना किसी डर या संकोच के ” युद्ध नशों के विरुद्ध ” में सहयोग दें।

उन्होंने यह भी कहा कि नशे के खात्मे के लिए शुरू किए गए इस अभियान में गांवों की पंचायतों का सहयोग भी लिया जाए और लोगों को यह संदेश दिया जाए कि नशा तस्करों की जानकारी बेझिझक पुलिस प्रशासन को दें, उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। उन्होंने जिला अधिकारियों को नशे के पूर्ण खात्मे के लिए एक रोडमैप तैयार करने के निर्देश भी दिए।

इस मौके पर फतेहगढ़ साहिब के विधायक एडवोकेट लखबीर सिंह राय, बस्सी पठाना के विधायक स रुपिंदर सिंह हैप्पी, अमलोह के विधायक श्री गुरिंदर सिंह गैरी बड़िंग, डिप्टी कमिश्नर डॉ. सोना थिंद, जिला पुलिस प्रमुख श्री शुभम अग्रवाल, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) सुरिंदर सिंह ढालीवाल, एस.पी. (डी) राकेश यादव, एस.डी.एम. अमलोह श्री चेतन बंगड़, एस.डी.एम. बस्सी पठाना हरबीर कौर, एस.डी.एम. खमाणों श्रीमती मनरीत राणा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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